दै. ज. डेस्क
नई दिल्ली। हमारे जीवन में स्वास्थ्य बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हर कोई स्वस्थ तो रहना चाहता है, लेकिन अक्सर जीवन की व्यस्तता में डूब कर अपने स्वास्थ्य का ख्याल नहीं रख पाता। नतीजन व्यक्ति की छोटी सी स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या विकराल रूप धारण कर लेती है। हम इस लेख में आपको ऐसी ही एक छोटी सी गंभीर समस्या और उसके निदान के बारे में अवगत करा रहे हैं। ये समस्या है फटी एड़ियों की समस्या।
➡️ हालांकि, एड़ियों का फटना एक आम समस्या है। ये समस्या कभी भी किसी को भी हो सकती है, चाहे वो छोटा हो या बड़ा, पुरुष हो या फिर महिला हो। विशेषज्ञयों के मुताबिक फटी एड़ियों के कई कारण हो सकते हैं।
➡️ सुखी त्वचा : अधिकतर सर्दियों में कम नमी के कारण एड़ियों के फटने का खतरा बढ़ जाता है। मोटापा अधिक होने से भी पैरों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे एड़ियाँ फैलकर फट जाती हैं। मधुमेह, विटामिन की कमी और सोरायसिस जैसी त्वचा संबंधी समस्याओं के कारण से भी एड़ियां फट सकती हैं।
➡️ एड़ियां फटने के लक्षण : फटी एड़ियों वाले व्यक्ति को खड़े होने पर दर्द का अनुभव होता है। एड़ियों की त्वचा पर दरारें दिखने लगती है। प्रभावित क्षेत्र पर खुजली भी होती है। जलन और खून बहता है और परत चढ़ने लगती है।
➡️ घरेलू उपचार : फटी एड़ियों के निदान के लिए चिकित्सा और शारीरिक परीक्षण शामिल हैं। गंभीर मामलों में डाक्टर आपको दवा लिख सकते हैं या अन्य उपचार की सिफारिश कर सकते हैं। इसके अलावा कई घरेलू उपचार भी आजमाये जा सकते हैं। अपनी एड़ियों में नियमित रूप से नमी बनाए रखें, जिसके लिए दिन में कम से कम दो बार कोई भी अच्छा मॉइश्चराइजर लगाए खास कर नहाने के बाद। इसमें पेट्रोलियम जेली वेसलीन और नारियल तेल आपके लिए बेहद उपयोगी रहेगा। इसके साथ ही विटामिन ए, डी और ई से भरपूर वनस्पति तेलों को फटी एड़ियों पर लगाया जा सकता है। अपने वजन को बढ़ने न दें। नियमित रूप से पैरों की एड़ियों को प्यूमिक पत्थर से रगड़ कर साफ करें, जिससे मृत कोशिकाएं बननी बंद हो जाती हैं और एड़ियों को फटने से बचा सकते हैं। बहरहाल, घर पर छोटे छोटे उपायों से आप एड़ियों को फटने से बचा सकते हैं। अगर एड़ियों की समस्या अधिक हो रही हो तो डाक्टर से परामर्श करने की भी सलाह दी जाती है।
ऋतु त्रिपाठी, सह-संपादक
दैनिक जनवार्ता नेटवर्क