दै.ज. डेस्क
नाहन (सिरमौर)। सोशल मीडिया कितना असामाजिक है, इसका पता इस बात से बखूबी लगता है कि सोशल मीडिया पर गोपनीयता की भारी कमी होती है। आजकल सोशल मीडिया के माध्यम से धोखाधड़ी जैसी घटनाएं बहुत होने लगी हैं। कई बार आपका निजी डाटा चोरी होने का खतरा भी बना रहता है। इसके कारण साइबर अपराध भी बढ़ रहे हैं। हैकिंग, फिशिंग जैसे अपराधों का खतरा बहुत बढ़ गया है। साइबर अपराधी ऐसे उपयोगकर्ताओं की तलाश में रहते हैं, जिन्हें आसानी से ऑनलाइन फंसाया जा सके और उनसे धोखाधड़ी की जा सके। एक अध्ययन से पता चला है कि जो लोग सोशल मीडिया पर अधिक समय बिताते हैं, उनमें सामाजिक रूप से अलग थलग होने की संभावना अधिक बढ़ जाती है। एक व्यक्ति जितना अधिक ऑनलाइन रहता है वास्तविक दुनिया की बातचीत से उतना दूर होता है और न ही समय निकाल पाताfg को प्रभावित कर सकता है। इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि सोशल मीडिया वास्तविक और व्यक्तिगत रिश्तों और वास्तविक बातचीत से हमें दूर करके हमें असामाजिक बना रहा है।
संजय गुप्ता , मुख्य संपादक
दैनिक जनवार्ता नेटवर्क