नाहन, 22 जुलाई।
हिमाचल प्रदेश राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष कुलदीप कुमार धीमान, सदस्य दिग्विजय मल्होत्रा और विजय डोगरा ने जिला सिरमौर के दौरे के दौरान आज नाहन स्थित परिधि गृह में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। इस बैठक में अनुसूचित जाति कल्याण से संबंधित संगठनों के प्रतिनिधि, पंचायती राज संस्थाओं के सदस्य तथा प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए आयोग के अध्यक्ष कुलदीप धीमान ने कहा कि अनुसूचित जाति आयोग एक संवैधानिक निकाय है जो समाज के इस वर्ग के सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक हितों की रक्षा और संवर्धन हेतु कार्यरत है। उन्होंने बताया कि आयोग का यह दौरा जिला में अनुसूचित जाति समुदाय के प्रति अनुकूल वातावरण सुनिश्चित करने की दृष्टि से किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति विकास योजनाओं के लिए सरकार द्वारा आवंटित बजट का सदुपयोग सुनिश्चित किया जा रहा है और लोगों से आग्रह किया कि किसी भी प्रकार की अनदेखी, भेदभाव या शोषण की स्थिति में तत्काल आयोग को सूचित करें।
आयोग के सदस्य दिग्विजय मल्होत्रा ने कहा कि राज्य अनुसूचित जाति आयोग का प्रमुख दायित्व समुदाय को शोषण से सुरक्षा प्रदान करना है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे प्रशासन व आयोग को भेदभाव की किसी भी घटना की सूचना देने में सक्रिय भूमिका निभाएं।
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वहीं, सदस्य विजय डोगरा ने कहा कि अनुसूचित जाति समुदाय समाज में बराबर की भागीदारी रखता है और समरसता व सद्भावना बनाए रखने के लिए आयोग प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि आयोग विभिन्न जिलों में भ्रमण कर समुदाय की जमीनी हकीकत को समझकर सरकार के समक्ष समाधान प्रस्तुत करता है। उन्होंने जिला सिरमौर में उठाए गए सभी वाजिब मुद्दों को संवेदनशीलता से निपटाने का आश्वासन दिया।
उन्होंने यह भी बताया कि जिला सिरमौर के लोग 01975-294342 पर कॉल कर या hpstatecommissionforscheduledcastes@gmail.com पर ईमेल कर अपनी शिकायतें व समस्याएं दर्ज करवा सकते हैं।
बैठक में आयोग के सदस्य सचिव विनय मोदी, जिला कल्याण अधिकारी विवेक अरोड़ा, पंचायती राज संस्थाओं के जनप्रतिनिधि तथा विभिन्न गैर सरकारी संगठनों के सदस्य उपस्थित थे।
🔍 स्थलीय निरीक्षण और महिला सशक्तिकरण पर विशेष जोर
बैठक के उपरांत आयोग ने पच्छाद उपमंडल के अंतर्गत ग्राम पंचायत बाग पशोग का दौरा किया। उन्होंने वहां क्रियान्वित की जा रही कल्याणकारी योजनाओं का निरीक्षण किया और विशेष रूप से बाग पशोग स्थित “शी-हाट” का भ्रमण कर स्वयं सहायता समूहों की अनुसूचित जाति वर्ग की महिलाओं से संवाद किया।
आयोग ने इन महिलाओं के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाएं न केवल आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं बल्कि समाज की मुख्यधारा से भी जुड़ रही हैं। यह एक प्रेरणादायक पहल है जिसे पूरे प्रदेश में प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
🛕 धार्मिक आस्था का प्रदर्शन
अपने दौरे के अंतिम चरण में आयोग के अध्यक्ष व सदस्यों ने क्वागधार स्थित भूरेश्वर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश की सुख-शांति की कामना की।