कालाअंब (सिरमौर)। हरियाली तृतीया के पावन अवसर पर रविवार को सिरमौर जिले के कालाअंब स्थित मारकंडा नदी में श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला। हरियाणा के सीमावर्ती इलाकों से आए हजारों श्रद्धालुओं ने नदी में स्नान कर विधिवत पूजा-अर्चना की और भगवान शिव तथा माता पार्वती से परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।
हरियाली तृतीया, जिसे हरियाली तीज के नाम से भी जाना जाता है, सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। मान्यता है कि इसी दिन माता पार्वती ने कठोर तपस्या के बाद भगवान शिव को पति के रूप में प्राप्त किया था। यह पर्व उनके पुनर्मिलन का प्रतीक माना जाता है और विशेष रूप से सुहागन महिलाएं इसे उत्साहपूर्वक मनाती हैं।
स्थानीय लोगों में मुकेश कुमार, परवीन, विजय कुमार, मंगता राम, शिवचरण, कन्हैया और सुरेंद्र ने बताया कि यह पर्व परंपराओं और आस्था से जुड़ा हुआ है। इस दिन महिलाएं झूला झूलती हैं, मंगल गीत गाती हैं और भगवान शिव-पार्वती को समर्पित व्रत रखती हैं। मायके से आए सिंधारे यानी मिठाई, कपड़े और उपहार इस त्योहार को और भी खास बना देते हैं।