कांगड़ा, 17 मार्च 2025 : हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में नशे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी है। हाल ही में कांगड़ा पुलिस ने चिट्टे (हेरोइन) के अवैध कारोबार में संलिप्त सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक पुलिसकर्मी और एक सरकारी विभाग का चालक भी शामिल है।
टांडा (राजपुर) में किराये के मकान से चल रहा था नशे का कारोबार
गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने रविवार देर शाम टांडा (राजपुर) स्थित एक किराये के मकान में छापा मारा। इस दौरान पुलिस ने मौके से 12.22 ग्राम चिट्टा बरामद किया और वहां मौजूद सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान इस प्रकार है:
बंटी (35 वर्ष) – निवासी वार्ड-13, पालमपुर
राकेश कुमार (35 वर्ष) – निवासी खलेठ
रिंपु कुमार (45 वर्ष) – निवासी मोहरला (खेल विभाग शिमला में चालक)
मनीत कुमार (35 वर्ष) – निवासी वार्ड-2, पालमपुर
अक्षय कुमार (27 वर्ष) – निवासी वार्ड-13, होल्टा, पालमपुर
संदीप कुमार (33 वर्ष) – निवासी चुदरेहड़ (पुलिसकर्मी)
अक्षय शर्मा (35 वर्ष) – निवासी तरेहल, बैजनाथ
कोर्ट ने सभी आरोपियों को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है, ताकि मामले की गहन जांच की जा सके।
सरकारी कर्मचारियों की संलिप्तता चिंता का विषय
यह पहली बार नहीं है जब कांगड़ा जिले में सरकारी कर्मचारियों की नशे के कारोबार में संलिप्तता सामने आई हो। इससे पहले पुलिस एक पटवारी, एक एमबीबीएस डॉक्टर और जिला कल्याण विभाग के अटैच टैक्सी चालक को भी चिट्टा मामले में गिरफ्तार कर चुकी है।
चिंता का विषय है कि नशे का नेटवर्क सिर्फ अपराधियों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें सरकारी कर्मचारी भी लिप्त पाए जा रहे हैं। इससे साफ है कि नशे के खिलाफ लड़ाई में कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है।
हिमाचल में बढ़ती नशाखोरी – पुलिस के लिए बड़ी चुनौती
हिमाचल प्रदेश में युवाओं के बीच नशाखोरी तेजी से बढ़ रही है। राज्य में कई जगहों पर चिट्टे (हेरोइन) का अवैध कारोबार फल-फूल रहा है, जिससे समाज और परिवारों को भारी नुकसान हो रहा है।
पुलिस लगातार ऐसे मामलों पर शिकंजा कस रही है और ड्रग माफिया के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर रही है। जनता से भी अपील की जाती है कि यदि उन्हें अपने क्षेत्र में नशे से संबंधित कोई जानकारी मिले, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
पुलिस प्रशासन की कड़ी चेतावनी
कांगड़ा पुलिस ने स्पष्ट किया है कि नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी। नशे के अवैध व्यापार में संलिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह सरकारी कर्मचारी हो या कोई और।
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नशे के खिलाफ इस जंग में पुलिस और प्रशासन को आम जनता के सहयोग की भी आवश्यकता है। इसलिए यदि किसी को अपने आसपास नशे की खरीद-फरोख्त की जानकारी मिले, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।



