दैनिक जनवार्ता नेटवर्क
बिलासपुर। बिलासपुर स्थित एम्स में पहली बार ब्रेकिथेरेपी प्रक्रिया को सफलतापूर्वक किया गया है। इस प्रक्रिया के तहत एक 71 वर्षीय महिला के सर्वाइकल कैंसर का सफल उपचार किया गया है।
जानकारी के मुताबिक धर्मशाला निवासी उक्त महिला को सर्व प्रथम एक्सटर्नल बीम रेडियोथेरेपी दी गई और फिर उसकी स्थिति जांच कर ब्रेकीथेरेपी प्रक्रिया की गई। एम्स में इस प्रक्रिया को रेडिएशन ऑनकालॉजी विभाग की टीम ने पूरा किया।
टीम में एसोसिएट प्रो. डॉ. प्रियंका ठाकुर, सहायक प्रो. डॉ. निकेता ठाकुर और सीनियर रेजिडेंट डॉ. हार्दिक शर्मा शामिल रहे। इसके अलावा एनेस्थशिया विभाग की एडिशनल प्रो. डॉ. विजयलक्ष्मी का भी इस प्रक्रिया में पूरा योगदान रहा।
विशेषज्ञयों के मुताबिक इस अत्याधुनिक तकनीक से कैंसर का प्रभावी और कारगर उपचार हो रहा है।
👉 क्या है ब्रेकीथेरेपी?
ब्रेकीथेरेपी एक विशेष प्रकार की रेडिशन थेरेपी है। इसमें रेडियोधर्मी स्रोत को ट्यूमर के पास या सीधे अंदर रखा जाता है तथा रेडिशन कैंसरग्रस्त उत्तकों पर ही फोकस किया जाता है, जिससे स्वस्थ उत्तको को इसका कम प्रभाव पड़ता है। इस तकनीक से सर्वाइकल कैंसर के अलावा सिर, गर्दन, स्तन, अन्ननली, प्रॉस्टेट और सॉफ्ट टिश्यू सरकोमा का प्रभावी इलाज किया जाता है।



