चंबा में कशमल की जड़ों की अवैध तस्करी के दौरान वन रक्षक को घसीटते हुए ले गए तस्कर, पुलिस ने एफआईआर दर्ज की

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Sanjay Gupta
फोटो (सांकेतिक) - दैनिक जनवार्ता
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  • चंबा में कशमल की जड़ों की तस्करी: वन रक्षक पर हमला, पुलिस ने छह आरोपियों पर दर्ज की एफआईआर"

चंबा। चंबा जिले के विकास खंड सलूणी में कशमल की जड़ों का अवैध कारोबार तेजी से बढ़ता जा रहा है। तस्कर अब इतने बेखौफ हो गए हैं कि उन्होंने वन विभाग के कर्मचारियों पर ही हमला करना शुरू कर दिया है। ताजा मामला रविवार देर रात का है, जब वन विभाग की टीम गश्त कर रही थी। इस दौरान तस्करों ने वन रक्षक को जीप के साथ घसीटा और वन विभाग के चौकीदार को जबरन उठा ले गए। पुलिस ने इस मामले में छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और जांच जारी है।

ऐसे हुआ हमला
रविवार रात करीब 12:30 बजे डियुर वन बीट के वन रक्षक मान सिंह भडेला-हलूरी मार्ग पर अपनी टीम के साथ गश्त कर रहे थे। इसी दौरान कशमल की जड़ों से लदी दो जीपें वहां पहुंचीं। वन रक्षक ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एक जीप को सड़क किनारे रुकवाया और दूसरी की तलाशी लेने लगा। लेकिन इसी बीच तस्करों ने चालाकी से पहली जीप को भगाने की कोशिश की।

जैसे ही जीप आगे बढ़ी, वन रक्षक की जैकेट उसके डाले में फंस गई, जिससे वह करीब दो किलोमीटर तक घसीटता चला गया। बड़ी मुश्किल से वन रक्षक जीप के डाले पर चढ़ा और मौका देखकर चलती गाड़ी से छलांग लगाकर अपनी जान बचाई।

तस्करों ने वन विभाग के चौकीदार को भी किया अगवा
इसके बाद, जब वन विभाग की टीम दूसरी जीप को पकड़ने के लिए आगे बढ़ी, तो तस्करों ने वन विभाग के चौकीदार को जबरन गाड़ी में उठाकर ले गए। वन रक्षक ने जब तस्करों को पहचान लिया और उन्हें फोन किया, तो उन्होंने धमकी भरे लहजे में कहा कि यदि कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो चौकीदार को छोड़ देंगे। मामले की गंभीरता को देखते हुए वन रक्षक ने पहले चौकीदार को बचाने का निर्णय लिया।

तस्करों की जीप जब्त, लेकिन नकली चाबी से फिर भगाई
वन विभाग की टीम ने एक जीप को मैढ़ा में नर्सरी के पास जब्त कर लिया, लेकिन तस्करों ने नकली चाबी का इस्तेमाल कर गाड़ी को वहां से भगा लिया। इसके बाद वन रक्षक लेखराज ने 13 किलोमीटर दूर जाकर गाड़ी को दोबारा पकड़ लिया।

एफआईआर दर्ज, तस्करों पर कड़ी कार्रवाई की मांग
वन कर्मचारी महासंघ वृत्त चंबा के अध्यक्ष अब्दुल हमीद ने बताया कि कशमल की जड़ों का अवैध कारोबार करने वाले तस्कर अब वन विभाग के अधिकारियों को जान से मारने की धमकी देने लगे हैं। उन्होंने कहा कि तस्कर ताहिर निवासी डियुर ने उन्हें धमकी दी है, जिसके खिलाफ पुलिस में शिकायत दी जाएगी।

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वन मंडल अधिकारी सुशील कुमार गुलेरिया ने कहा कि जैसे ही उन्हें इस घटना की सूचना मिली, वे स्वयं पुलिस थाना पहुंचे और एफआईआर दर्ज करवाई। उन्होंने कहा कि इस घटना में शामिल किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।

पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने बताया कि इस गंभीर मामले की गहन जांच जारी है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।

क्या है कशमल की जड़ों का मामला?
कशमल की जड़ें औषधीय गुणों से भरपूर होती हैं, जिनका उपयोग आयुर्वेदिक दवाइयों और अन्य पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में किया जाता है। हिमाचल प्रदेश के जंगलों में बड़ी मात्रा में कशमल पाया जाता है, लेकिन इसकी अवैध कटाई और तस्करी लगातार बढ़ रही है। वन विभाग ने इस पर सख्ती से रोक लगाने के लिए गश्त बढ़ाई है, लेकिन तस्कर बेखौफ होकर अवैध व्यापार को अंजाम दे रहे हैं।

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