दैनिक जनवार्ता नेटवर्क
संपादकीय
नई दिल्ली। कहते हैं परिवर्तन प्रकृति का नियम है। लेकिन अब ये कहावत कुछ इस तरह भी कही जा सकती है कि परिवर्तन राजनीति का भी नियम है। हरियाणा के बाद अब दिल्ली की राजनीति में भी एक अरसे के बाद परिवर्तन आया है। आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल आम आदमी पार्टी के दिग्गजों के साथ स्वयं भी चुनाव हार गए।
दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में अरविंद केजरीवाल ने तीन बार शपथ ली। अपने कार्यकाल के दौरान उन्हें सुरक्षा, सरकारी बंगला, गाड़ी और विशेष भत्ते जैसी कई सुविधाएं मिलीं। मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद और अब दिल्ली विधानसभा चुनाव में हारने के बाद उनके पास पहले जैसी सुविधाएं नहीं मिलेंगी।
👉 दिल्ली के मुख्यमंत्री को कौन कौन सी सुविधाएं मिलती हैं?
दिल्ली के मुख्यमंत्री को कई प्रकार की सुविधाएं और भत्ते मुहैया कराये जाते हैं। बता दें कि एक सीएम को रहने के लिए पूरी तरह से सुसज्जित सरकारी बंगला, आधिकारिक इस्तेमाल के लिए सरकारी वाहन यानी कार, सुरक्षा के लिए पुलिस और अन्य सुरक्षाकर्मी, यात्रा और अन्य कार्यों के लिए वित्तीय सहायता और विशेष भत्ता, चिकित्सा सुविधाएं जिसके तहत सरकारी अस्पतालों में मुफ्त चिकित्सा सुविधा दी जाती हैं।
इसके अलावा 60,000 रूपये, मासिक वेतन, 50,000 रूपये, निर्वाचन क्षेत्र भत्ता, 10,000 रूपये सेक्रेटेरियल असिस्टेंस और 5000 रूपये व्यय भत्ता सहित 1,25,000 कुल वेतन और भत्ते दिए जाते हैं। इसके अलावा 1500 रूपये प्रतिदिन के हिसाब से दैनिक भत्ता भी दिया जाता है। लिहाजा, इन सारी सुविधाओं से अब केजरीवाल को वंचित होना पड़ेगा, लेकिन पूर्व विधायक को मिलने वाली सुविधाएं केजरीवाल को भी यथावत मिलते रहने की संभावना है।