संक्षिप्त सार
अमेरिकी डॉलर में कमजोरी और वैश्विक बाजार में अनिश्चितता के बावजूद सोने की कीमतों में बुधवार को हल्की गिरावट दर्ज की गई। MCX पर सोना ₹85,931 प्रति 10 ग्राम पर खुला और ₹85,977 के उच्चतम स्तर तक पहुंचा। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि सोने का दीर्घकालिक रुझान सकारात्मक बना हुआ है और किसी भी बड़ी गिरावट को निवेशकों को खरीदारी के अवसर के रूप में देखना चाहिए। डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी कांग्रेस में बहुप्रतीक्षित भाषण से पहले निवेशक सतर्क रुख अपनाए हुए हैं। साथ ही, अमेरिकी डॉलर तीन महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया है, जिससे सोने में खरीदारी को समर्थन मिल सकता है।
विस्तृत खबर
दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए नए टैरिफ के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता बनी हुई है, जिससे सोने की कीमतों में हल्की गिरावट दर्ज की गई। बुधवार को एमसीएक्स (MCX) पर सोने का भाव ₹85,931 प्रति 10 ग्राम पर खुला और शुरुआती मिनटों में ₹85,977 के उच्चतम स्तर तक पहुंचा। हालांकि, यह अब भी अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर ₹86,549 प्रति 10 ग्राम के करीब कारोबार कर रहा है।
बाजार विशेषज्ञों की राय
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, भले ही सोने की कीमतों में आज हल्की गिरावट देखी जा रही हो, लेकिन दीर्घकालिक दृष्टि से सोने का रुझान सकारात्मक बना हुआ है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि सोने की कीमतों में कोई बड़ी गिरावट आती है तो इसे निवेशकों को खरीदारी के अवसर के रूप में देखना चाहिए।
हाई रिज फ्यूचर्स के मेटल्स ट्रेडिंग निदेशक डेविड मेगर का कहना है, “टैरिफ लागू होने से बाजार में अस्थिरता बढ़ रही है, जिससे सोने और चांदी जैसी सुरक्षित निवेश संपत्तियों को मजबूती मिल रही है।”
एचडीएफसी सिक्योरिटीज में कमोडिटी और करेंसी प्रमुख अनुज गुप्ता का कहना है कि आज सोने की कीमतें सपाट कारोबार कर रही हैं, क्योंकि निवेशक अमेरिकी कांग्रेस में डोनाल्ड ट्रंप के बहुप्रतीक्षित भाषण के परिणाम का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि, इस भाषण में कोई बड़ा आश्चर्य नहीं होने की संभावना है। इसके अलावा, अमेरिकी डॉलर अपने तीन महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया है, जिससे नए खरीदारों का भरोसा बढ़ सकता है।
इसके अलावा, अमेरिकी डॉलर की कमजोरी भी सोने की कीमतों को समर्थन दे रही है।
ऐसा कर सकते हैं निवेशक
सोने की कीमतों में किसी भी बड़ी गिरावट को खरीदारी के अवसर के रूप में देख सकते हैं।
अमेरिकी डॉलर में कमजोरी से सोने की कीमतें मजबूत बनी रह सकती हैं। लिहाजा, निवेशकों को वैश्विक अर्थव्यवस्था से जुड़े बड़े फैसलों और ट्रंप के बयानों पर नजर बनाए रखनी चाहिए।
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बहरहाल, कुल मिलाकर वर्तमान में सोने की कीमतें अपने उच्चतम स्तर के करीब कारोबार कर रही हैं। निवेशकों के लिए यह समझदारी होगी कि वे बाजार की चाल पर नजर बनाए रखें और किसी भी गिरावट को खरीदारी के मौके के रूप में देखते हुए विचार करें।