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हमीरपुर (हिमाचल प्रदेश)। जिले के 406 प्राथमिक स्कूलों में तीन से पांच वर्ष तक के बच्चों का ज्ञान स्तर जांचने के लिए स्कूल स्तर पर विशेष मासिक बैठकों का आयोजन किया जाएगा। इन बैठकों में बच्चों के ज्ञान का आकलन करने के लिए टेस्ट लिए जाएंगे, जिनमें बच्चों के साथ उनकी माताएं भी भाग लेंगी। यह पहल निपुण भारत मिशन के लक्ष्यों की प्राप्ति और बच्चों के पंचकोषीय व सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखते हुए की जा रही है।
टेस्ट के दौरान बच्चों से हिंदी और अंग्रेजी भाषा बोलने, शब्दों को पहचानने, वस्तुओं की पहचान करने जैसे प्रश्न पूछे जाएंगे। वहीं माताओं से यह जानकारी ली जाएगी कि वे अपने घर पर बच्चों के लिए किस प्रकार की शैक्षणिक और रचनात्मक गतिविधियों का आयोजन करती हैं। इन जानकारियों के आधार पर प्रत्येक स्कूल में एक ड्राफ्ट रिपोर्ट तैयार की जाएगी, ताकि बच्चों की क्षमताओं के अनुरूप भविष्य की शैक्षणिक गतिविधियों की योजना बनाई जा सके।
स्कूल स्तर पर रणनीति और सम्मान
बैठकों के दौरान विद्यालयों में रणनीति बनाई जाएगी कि बच्चों को पोषण, शिक्षा और पहली कक्षा में जाने से पहले आवश्यक सभी जानकारी कैसे दी जाए। बच्चों और माताओं के योगदान को प्रोत्साहित करने के लिए उन बच्चों और माताओं को सम्मानित किया जाएगा जो सभी प्रश्नों के सही उत्तर देंगे।
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शिक्षा विभाग ने सभी स्कूल प्रमुखों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। प्रत्येक स्कूल में शिक्षक निजी तौर पर इन मासिक टेस्ट का आयोजन करेंगे। यह प्रक्रिया शैक्षणिक सत्र 2025-26 के अंत तक जारी रहेगी।
जिला समन्वयक का बयान
जिला समन्वयक प्री प्राइमरी भवानी सिंह ने कहा, “प्राथमिक स्कूलों में मासिक बैठकों के दौरान प्राइमरी कक्षा के बच्चों के लिए टेस्ट आयोजित होंगे। टेस्टों में बच्चों के साथ माताएं भी भाग लेंगी। इससे बच्चों के ज्ञान के स्तर का सटीक आकलन किया जाएगा।”
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