संक्षिप्त सार
हिमाचल प्रदेश विधानसभा का यह बजट सत्र राज्य सरकार की प्रमुख नीतियों और विकास योजनाओं को उजागर करने वाला रहा। शिक्षा, खेल, कौशल विकास, महिला सशक्तिकरण और नशा उन्मूलन जैसे मुद्दों पर सरकार की गंभीरता साफ झलकती है। आने वाले दिनों में यह सत्र प्रदेश के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण फैसलों का गवाह बनेगा।
समाचार विस्तार
शिमला, 11 मार्च: हिमाचल प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र सोमवार दोपहर दो बजे राष्ट्रगान के साथ आरंभ हुआ। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने अपने अभिभाषण में प्रदेश सरकार की प्रमुख उपलब्धियों को सदन में प्रस्तुत किया। उन्होंने आईसीसी चैंपियन ट्रॉफी में भारत की जीत पर बधाई दी और नशे के खिलाफ अभियान में सहयोग देने के लिए प्रदेशवासियों का धन्यवाद किया।
राज्यपाल ने गिनाईं सरकार की प्रमुख उपलब्धियां
राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान वित्त वर्ष में विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत लोगों का मानदेय बढ़ाया गया है। उन्होंने बताया कि सरकार ने समाज के कमजोर वर्गों के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं और असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के कल्याण के लिए ठोस कदम उठाए हैं।
शिक्षा क्षेत्र में सुधार
शैक्षणिक सत्र के बीच शिक्षकों के तबादलों को न्यूनतम किया गया, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
हिमाचल प्रदेश पहला राज्य बना, जहां सभी शिक्षण संस्थानों की वार्षिक रैंकिंग शुरू की गई है।
इस प्रक्रिया में जल्द ही निजी शिक्षण संस्थानों को भी शामिल किया जाएगा।
खेल सुविधाओं में सुधार
खिलाड़ियों की डाइट मनी और अन्य सुविधाओं में वृद्धि की गई।
20 खेलों को खेल कोटे में शामिल करने की प्रक्रिया जारी है।
युवाओं और बेरोजगारों के लिए सरकारी योजनाएं
राज्यपाल ने बताया कि हिमाचल प्रदेश कौशल विकास भत्ता योजना के तहत 68,786 युवाओं को ₹33.16 करोड़ जारी किए गए हैं। इसके अलावा, 23,579 बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दिया गया है।
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नशे के खिलाफ सख्त कार्रवाई
प्रदेश सरकार नशा मुक्त हिमाचल के लिए कड़े कदम उठा रही है।
11 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त की गई, जो नशे की तस्करी से अर्जित की गई थी।
सिरमौर में राज्यस्तरीय नशामुक्ति केंद्र स्थापित किया जा रहा है, जिसमें एक साथ 100 बेड की सुविधा होगी।
महिला सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान
राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने महिलाओं को बेटों के समान अधिकार देने के लिए एक ऐतिहासिक कानून बनाया है।
मुख्यमंत्री और नेताओं ने किया स्वागत
इससे पहले, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया, मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल का स्वागत किया।



