शिमला। हिमाचल प्रदेश सरकार ने लोकल बस किराए में वृद्धि का निर्णय लागू कर दिया है। अब प्रदेशभर में चार किलोमीटर तक की यात्रा के लिए यात्रियों को 10 रुपये किराया देना होगा। पहले यह किराया सिर्फ दो किलोमीटर तक 5 रुपये था, लेकिन अब न्यूनतम बस किराया दोगुना कर दिया गया है। इस फैसले की अधिसूचना शनिवार को अतिरिक्त मुख्य सचिव परिवहन कमलेश कुमार पंत की ओर से जारी की गई।
यह निर्णय मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में इस महीने के पहले सप्ताह में हुई कैबिनेट बैठक में लिया गया था। साल 2017 में पिछली बार न्यूनतम किराया 5 रुपये किया गया था और अब सात साल बाद एक बार फिर इसमें बढ़ोतरी की गई है।
सरकार के इस कदम की चौतरफा आलोचना हो रही है। आम लोगों के साथ-साथ विपक्षी पार्टी भाजपा ने भी इसका विरोध किया है। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार के इस फैसले को “जनविरोधी” करार देते हुए कहा कि गरीब और मध्यमवर्गीय लोगों के लिए बस ही एकमात्र सस्ता परिवहन माध्यम है। अब न्यूनतम किराया बढ़ने से हर परिवार को महीने में कम से कम 1000 रुपये का अतिरिक्त बोझ उठाना पड़ेगा।
अधिसूचना के अनुसार, हिमाचल प्रदेश राज्य परिवहन प्राधिकरण और सभी क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरणों द्वारा प्रदेशभर में संचालित सभी स्टेज कैरिज बस सेवाओं में न्यूनतम किराया अब 10 रुपये होगा, जो चार किलोमीटर की दूरी तक लागू रहेगा।
इस फैसले के बाद प्रदेश के आम यात्रियों को अपनी जेब ढीली करनी पड़ेगी, खासकर छात्रों, मजदूरों और दैनिक यात्रियों पर इसका सीधा असर पड़ेगा। हालांकि सरकार का तर्क है कि ईंधन की बढ़ती कीमतों और परिचालन लागत को देखते हुए यह फैसला आवश्यक है।