शिमला। हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में कार्यरत प्राथमिक शिक्षकों का शिक्षा निदेशालय शिमला के बाहर क्रमिक अनशन गुरुवार को भी जारी रहा। आंदोलन के चौथे दिन हमीरपुर जिला से आए पांच शिक्षक—रजनीश कुमार, कुशल कुमार, राजेंद्र कुमार, विधि चंद और राजेश कुमार—अनशन पर बैठे। शिक्षकों ने प्रदेश सरकार और शिक्षा विभाग को स्पष्ट चेतावनी दी है कि अगर 15 दिनों के भीतर स्कूलों में ब्रॉडबैंड कनेक्शन और इंटरनेट सुविधा के लिए सिम कार्ड मुहैया नहीं कराए गए तो वे ऑनलाइन कार्य पूरी तरह बंद कर देंगे।
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प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष जगदीश शर्मा ने मीडिया को संबोधित करते हुए बताया कि हिमाचल प्रदेश के अधिकांश सरकारी प्राथमिक स्कूलों में टैबलेट खराब पड़े हैं और इंटरनेट सुविधा न के बराबर है। उन्होंने कहा कि “ऑनलाइन कार्य करने के लिए न तो ब्रॉडबैंड सुविधा दी गई है और न ही शिक्षकों को सिम कार्ड। इससे शिक्षा व्यवस्था प्रभावित हो रही है और शिक्षकों पर अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है।”
संघ ने सरकार को पहले ही नोटिस देकर सूचित कर दिया है कि यदि उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया तो शिक्षक प्रदेशभर में ऑनलाइन कार्य का बहिष्कार करेंगे।
जगदीश शर्मा ने यह भी कहा कि शिक्षा निदेशालय का हालिया पुनर्गठन किसी के हित में नहीं है और सरकार को इस फैसले पर दोबारा विचार करना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक मांगे पूरी नहीं होतीं, तब तक क्रमिक अनशन जारी रहेगा।
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