बरसात ने कालाअंब – पांवटा साहिब राष्ट्रीय उच्च मार्ग और दोसड़का–कुमारहट्टी एनएच को पहुंचाया भारी नुकसान
एनएच विभाग को लगभग 3 करोड़ रुपये की क्षति, यात्रियों की बढ़ी परेशानी
नाहन (सिरमौर)। इस साल हुई भारी बरसात ने जिला सिरमौर की सड़कों की हालत बिगाड़ कर रख दी है। खासतौर पर कालाअंब – पांवटा साहिब राष्ट्रीय उच्च मार्ग (एनएच-07) और दोसड़का–कुमारहट्टी राष्ट्रीय उच्च मार्ग (एनएच-907ए) पर बारिश का सीधा असर देखने को मिला है। जगह-जगह सड़क धंसने, किनारे कटने और गहरे गड्ढे बनने से यातायात जोखिमपूर्ण हो गया है। विभाग के अनुसार केवल इन दोनों मार्गों पर ही करीब 3 करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज किया गया है।
सड़क धंसने से बढ़ा खतरा
जानकारी के मुताबिक कालाअंब – पांवटा साहिब राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर बरसात के दौरान कई हिस्सों में सड़क धंस गई। कालाअंब–दोसड़का–धौलाकुआँ तक एनएच-07 पर दर्जनों जगह सड़क किनारे गहरी दरारें आ गई हैं। कुछ जगह तो सड़क का हिस्सा कटकर नीचे बह गया, जिससे वाहनों की आवाजाही मुश्किल हो गई है। गहरे गड्ढों के कारण दोपहिया और छोटे वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा लगातार बना हुआ है।
वहीं दूसरी ओर दोसड़का–कुमारहट्टी एनएच-907(ए) भी इस बार बारिश से खासा प्रभावित हुआ है। इस मार्ग पर भी जगह-जगह सड़क की परत उखड़ गई है और बड़े गड्ढे बन गए हैं। लगातार आवाजाही के चलते सड़क की स्थिति और बिगड़ रही है।
विभाग ने तैयार की क्षति रिपोर्ट
राष्ट्रीय उच्च मार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अधिशाषी अभियंता राकेश खंडूजा ने बताया कि इस बार बरसात से दोनों राष्ट्रीय उच्च मार्गों पर विभाग को भारी नुकसान हुआ है। कालाअंब – पांवटा साहिब राष्ट्रीय उच्च मार्ग और दोसड़का–कुमारहट्टी मार्ग की कुल क्षति लगभग तीन करोड़ रुपये आंकी गई है।
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उन्होंने बताया कि विभाग ने पूरी क्षति रिपोर्ट तैयार करके मंत्रालय को भेज दी है। इसका उद्देश्य जल्द से जल्द मरम्मत कार्य शुरू कराना और स्थायी समाधान की दिशा में कदम उठाना है।
फिलहाल यातायात बहाल, लेकिन खतरा बरकरार
हालांकि फिलहाल दोनों ही राष्ट्रीय उच्च मार्गों पर यातायात बहाल कर दिया गया है, लेकिन सड़क की जर्जर हालत चिंता का विषय बनी हुई है। कहीं सड़क धंसी हुई है तो कहीं गड्ढों से वाहन चालक परेशान हैं। यात्रियों का कहना है कि कालाअंब – पांवटा साहिब राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर यात्रा करना बरसात के बाद से बेहद चुनौतीपूर्ण हो गया है।
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स्थानीय लोग भी सड़क की खराब हालत से परेशान हैं। उनका कहना है कि अक्सर वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं और दुर्घटना का खतरा बना रहता है।
यात्रियों और स्थानीय लोगों की परेशानी
बरसात के बाद से कालाअंब – पांवटा साहिब राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर सफर करने वाले यात्री लगातार परेशानी झेल रहे हैं। एक तरफ सड़क पर बने गहरे गड्ढे वाहनों के लिए खतरा हैं, वहीं दूसरी ओर जगह-जगह लगे पानी से हादसे की आशंका बढ़ जाती है।
दोसड़का–कुमारहट्टी मार्ग से जुड़ने वाले ग्रामीण भी सड़क की दयनीय स्थिति को लेकर चिंतित हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अस्पताल, स्कूल और मंडियों तक पहुंचने में भी मुश्किल हो रही है।
स्थायी समाधान की मांग
स्थानीय जनता का कहना है कि हर साल बरसात के मौसम में कालाअंब – पांवटा साहिब राष्ट्रीय उच्च मार्ग और दोसड़का–कुमारहट्टी मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। अस्थायी मरम्मत से कुछ समय के लिए राहत मिलती है, लेकिन स्थायी समाधान न होने से समस्या जस की तस बनी रहती है।
लोगों ने मांग की है कि इन राष्ट्रीय उच्च मार्गों को मजबूत बनाने के लिए आधुनिक तकनीक और टिकाऊ निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया जाए, ताकि हर साल मरम्मत पर करोड़ों रुपये खर्च करने की नौबत न आए।
एनएच विभाग सतर्क
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि वर्तमान में सबसे बड़ी चुनौती सड़कों को दुर्घटनामुक्त बनाए रखना है। बारिश से प्रभावित स्थानों की लगातार निगरानी की जा रही है। मरम्मत कार्य जल्द शुरू होगा और प्राथमिकता उन हिस्सों को दी जाएगी, जहां सड़क धंसने और हादसे की आशंका सबसे अधिक है।
निष्कर्ष:
कुल मिलाकर, इस बरसात ने कालाअंब – पांवटा साहिब राष्ट्रीय उच्च मार्ग और दोसड़का–कुमारहट्टी एनएच को भारी नुकसान पहुंचाया है। विभाग ने तीन करोड़ रुपये की क्षति का आकलन किया है और मरम्मत की प्रक्रिया शुरू करने के लिए रिपोर्ट मंत्रालय को भेज दी है। लेकिन जब तक स्थायी समाधान नहीं किया जाता, तब तक हर साल बरसात में सड़कों का यही हाल होने की संभावना बनी रहेगी।



