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किन्नौर। जिला किन्नौर के मूरंग थाना अंतर्गत रारंग गांव में जमीनी विवाद ने खूनी रूप ले लिया। इस झगड़े में एक सरकारी शिक्षक की मौत हो गई, जबकि उसके दो भाई गंभीर रूप से घायल हुए हैं। पुलिस ने दोनों गुटों की शिकायतों पर क्रॉस एफआईआर दर्ज कर ली है और सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। घटना के बाद से इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है।
मिली जानकारी के अनुसार मृतक शिक्षक की पत्नी चुन्नी देवी ने शिकायत दर्ज करवाई है कि बुधवार सुबह करीब 9:30 बजे वह और उसके पति कृष्ण लाल नेगी खेत से घर लौट रहे थे। इसी दौरान दावा ज्ञालछन, सेम कली, उनके बेटे सुमन सिंह, प्रवीण, बेटी पूनम और बहू ने मिलकर उन पर लोहे की रॉड, डंडे, पत्थर और दराट से हमला कर दिया। इस हमले में कृष्ण लाल नेगी, उनके भाई कुमानंद और दंडुप ज्ञाछो गंभीर रूप से घायल हो गए। गांव का एक अन्य व्यक्ति शिव सिंह बीच-बचाव करने पहुंचा और किसी तरह हमले को रोका।
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घायलों को तुरंत इलाज के लिए रिकांगपिओ लाया गया, जहां से शिक्षक कृष्ण लाल नेगी की हालत बिगड़ने पर उन्हें शिमला आईजीएमसी रेफर किया गया। वहां उपचार के दौरान बुधवार दोपहर करीब तीन बजे कृष्ण लाल नेगी (उम्र 51) की मौत हो गई। वे राजकीय प्राथमिक पाठशाला अकपा में शिक्षक थे।
वहीं दूसरी ओर, दूसरे पक्ष के दावा ज्ञालछन ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया कि करीब 10:30 बजे जब वह खेत में काम कर रहा था तो मृतक कृष्ण लाल और उसके भाई दंडुप ज्ञाछो व कुमानंद ने उसका रास्ता रोका और हमला करने की कोशिश की। इसी दौरान उसके बेटे प्रवीण और सुमन मौके पर पहुंचे और बीच-बचाव किया। उनका आरोप है कि इस दौरान कृष्ण लाल ने उनके छोटे बेटे के सिर पर पत्थर से वार किया और कुमानंद ने प्रवीण के घुटने पर पत्थर मारा जिससे उसे चोट लगी।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक शेखर ने बताया कि दोनों पक्षों की शिकायत पर क्रॉस एफआईआर दर्ज कर ली गई है। इस मामले में पुलिस ने आईपीसी की धारा 103, 126(2), 191(2), 191(3), 190, 115(2) और बीएनएस की 351(3) के तहत मामला दर्ज किया है। फिलहाल पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है और दोनों पक्षों के आरोपियों को हिरासत में लिया गया है।