शिमला/कोटखाई। हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला के कोटखाई क्षेत्र के चैथला गांव में लंबे समय से विवादित वन भूमि पर किए गए अवैध कब्जों को हटाने की कार्रवाई आखिरकार शुरू हो गई है। शनिवार को कोर्ट के आदेशों के तहत वन विभाग ने भारी बल के साथ मिलकर इस अतिक्रमण के खिलाफ सख्त कदम उठाया।
कार्यवाही में अब तक करीब 100 सेब के पेड़ काटे जा चुके हैं, जबकि लगभग 3800 सेब पौधे हटाने की प्रक्रिया जारी है। यह कब्जा करीब 300 बीघा (लगभग पौने तीन सौ बीघा) वन भूमि पर फैला हुआ था, जिसे खाली करवाने के लिए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा।
इस अभियान की अगुवाई एसडीएम कोटखाई मोहन शर्मा, डीएफओ ठियोग मुनीश रामपाल, डीएसपी ठियोग सीधा शर्मा कर रहे थे। इनके साथ वन विभाग के 15 कर्मचारी, 5 मशीनें, 5 मजदूर, और 6 रिजर्व फोर्स की टुकड़ियां मौके पर तैनात की गईं थीं।
कार्यवाही शनिवार दोपहर 1:30 बजे शुरू हुई, हालांकि बीच-बीच में बारिश के कारण कुछ रुकावटें आईं, लेकिन टीम ने कार्यवाही जारी रखी। अब तक तीन खसरा नंबरों की जमीन को पूरी तरह खाली करवाया जा चुका है, और बाकी जमीन पर कार्रवाई जारी है।
रिजर्व फोर्स के जवानों को कोटखाई विकास भवन में ठहराया गया है, जहां उनके लिए खाने-पीने व रहने की उचित व्यवस्था की गई है।
खास बात यह रही कि इस कार्रवाई में स्थानीय ग्रामीणों ने पूर्ण सहयोग दिया, जिससे प्रशासन को किसी भी प्रकार की अशांति का सामना नहीं करना पड़ा।
यह कार्रवाई कोर्ट के आदेशों के अनुपालन में की जा रही है और प्रशासन ने साफ कर दिया है कि वन भूमि पर कोई भी अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।