संक्षिप्त सार : सिरमौर जिले के लांस नायक मनीष कुमार सिक्किम में भूस्खलन के दौरान ड्यूटी करते हुए शहीद हो गए। हाल ही में विवाह हुआ था। मुख्यमंत्री सुक्खू ने जताया शोक। अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ होगा।
विस्तृत समाचार :
नाहन (सिरमौर), हिमाचल प्रदेश। सिरमौर जिले के नाहन उपमंडल के बड़ाबन गांव के रहने वाले लांस नायक मनीष कुमार उत्तरी सिक्किम में देशसेवा करते हुए वीरगति को प्राप्त हो गए। वे भारतीय सेना की 3 डोगरा रेजिमेंट में तैनात थे और आपदा राहत एवं निगरानी ड्यूटी पर थे, जब रविवार शाम करीब 7:30 बजे छत्ते नामक स्थान पर आए भूस्खलन में उनकी जान चली गई।
महज 27 वर्ष की आयु में देश के लिए बलिदान देने वाले मनीष कुमार का जन्म 15 जनवरी 1998 को हुआ था। उन्होंने वर्ष 2016 में सेना में भर्ती होकर देश सेवा का संकल्प लिया था। दुखद बात यह है कि मनीष की तीन महीने पहले ही शादी हुई थी, और अब उनका परिवार इस अपूरणीय क्षति से टूट गया है।
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इस दुखद घटना की पुष्टि सैनिक कल्याण बोर्ड के उपनिदेशक सेवानिवृत्त मेजर दीपक धवन ने की है। उन्होंने जानकारी दी कि सिक्किम में इन दिनों बाढ़ और भूस्खलन से हालात अत्यंत विकट हैं। राहत कार्यों के दौरान मनीष कुमार की ड्यूटी के दौरान यह हादसा हुआ।
🔹 मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने जताया शोक
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने लांस नायक मनीष कुमार के शहीद होने पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा:
“सिरमौर जिले के नाहन उपमंडल के बड़ाबन गांव निवासी लांस नायक मनीष ठाकुर जी के सिक्किम में ड्यूटी के दौरान शहीद होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत की आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शोक-संतप्त परिवार को इस दुःखद घड़ी में धैर्य एवं संबल प्रदान करें।”
🔹 सैन्य सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
शहीद मनीष की पार्थिव देह सोमवार शाम या मंगलवार को पैतृक गांव बड़ाबन पहुंचने की संभावना है। सेना द्वारा उन्हें सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी। गांव में शोक की लहर है और लोग बड़ी संख्या में श्रद्धांजलि देने की तैयारी में हैं।
🕯️ एक सपूत जिसने देश के लिए सब कुछ कुर्बान किया
मनीष कुमार न केवल एक समर्पित सैनिक थे, बल्कि एक आदर्श बेटा और पति भी थे। उनका जीवन देशभक्ति की मिसाल है। हिमाचल और देश उनके बलिदान को हमेशा याद रखेगा।