नाहन (सिरमौर)। जिला सिरमौर के पांवटा साहिब में एक युवती के कथित अपहरण के विरोध में हुए धरना-प्रदर्शन और शांति भंग करने के मामले में हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल और पांवटा साहिब के विधायक सुखराम चौधरी को अंतरिम जमानत प्रदान की है। न्यायाधीश वीरेंद्र सिंह की अदालत ने दोनों नेताओं सहित अन्य आरोपियों को पुलिस जांच में पूरा सहयोग देने के निर्देश दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक माजरा थाने में पुलिस ने 13 जून को डॉ. बिंदल, सुखराम चौधरी समेत कुल 50 लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 299, 132, 191(2), 190, 191(3), 351(2), 121(1) और 109 के तहत मामला दर्ज किया है। मामले की अगली सुनवाई हाईकोर्ट में 24 जुलाई को होगी।
Read this : 👉 माजरा युवती अपहरण प्रकरण में नया मोड़, युवती बोली- अपनी मर्जी से गई थी | Sirmaur Nahan News
यह मामला उस समय चर्चा में आया जब माजरा थाना क्षेत्र की एक युवती के कथित अपहरण की घटना के बाद शुक्रवार को सैकड़ों लोगों ने विशेष समुदाय के युवक के गांव की ओर रैली निकाली। हालात बिगड़ते देख उपायुक्त ने इलाके में बीएनएस की धारा 163 लागू कर दी थी, जिसके तहत पांच से अधिक लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध था। बावजूद इसके, शनिवार को डॉ. बिंदल के नेतृत्व में एक समुदाय विशेष के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया गया। इसी पर पुलिस ने यह मामला दर्ज किया और उसके बाद बिंदल समेत अन्य आरोपियों ने हाईकोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की थी।