मंडी (हिमाचल प्रदेश)। सोमवार देर रात हिमाचल प्रदेश के मंडी शहर में बादल फटने से भारी तबाही मच गई। शहर के जेल रोड और आस-पास के इलाकों में बहने वाले नाले ने अचानक रौद्र रूप धारण कर लिया। रात करीब 3 बजे तेज बारिश के बाद आया मलबा रिहायशी इलाकों में घुस गया। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि 15 लोग घरों में फंस गए, जिन्हें सुबह करीब 4 बजे पुलिस और SDRF टीम ने रेस्क्यू किया।
गाड़ी बचाने के चक्कर में मलबे की चपेट में आया परिवार
मंडी आपदा में सबसे दर्दनाक हादसा उस समय हुआ, जब एक ही परिवार के तीन लोग मलबे की चपेट में आ गए। जानकारी के मुताबिक, पूर्व पार्षद का बेटा, बहू और पोता थ्री व्हीलर को बचाने के चक्कर में मलबे में फंस गए और उनकी मौत हो गई। इस हादसे में अब तक चार लोगों की जान गई है।
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मुख्य क्षति और प्रभावित क्षेत्र
मंडी शहर में 20 से ज्यादा गाड़ियां मलबे में दब गईं।
चंडीगढ़-मनाली फोरलेन (NH-21) पर 4 मील, 9 मील और दवाड़ा में आवाजाही ठप।
दवाड़ा में फोरलेन पूरी तरह बह गया।
मंडी-जोगिंद्रनगर फोरलेन लवांडी ब्रिज के पास लैंडस्लाइड से बंद।
NH-305 लुहरी के पास भूस्खलन के कारण अवरुद्ध।
SDRF और स्थानीय पुलिस ने जेल रोड पर मलबे में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला।
मौसम विभाग का अलर्ट
मंडी, कांगड़ा और कुल्लू में ऑरेंज अलर्ट जारी।
शिमला में अगले 2 घंटे तक तेज बारिश की चेतावनी।
चंबा, ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, सोलन और सिरमौर में यलो अलर्ट।
31 जुलाई को चंबा और सिरमौर में भारी बारिश की संभावना।
1 अगस्त को सिरमौर में भारी बारिश का पूर्वानुमान।
मंडी शहर में लगातार हो रही भारी बारिश और लैंडस्लाइड ने जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। राहत और बचाव कार्य जारी है, जबकि प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।