विस्तृत समाचार:
मंडी: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में हाल ही में हुई भीषण बारिश और भूस्खलन ने एक बड़ी त्रासदी को जन्म दिया है। लगातार हो रही बारिश के कारण जगह-जगह भूस्खलन हुए हैं, जिससे कई गांव तबाह हो गए और जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है।
📌 अब तक की भयानक स्थिति:
🔺 42 लोग मलबे में दबे
⚰️ 13 शव बरामद
🔍 29 लोग अभी भी लापता
🏚️ 154 परिवार बेघर
🐄 165 मवेशियों की मौत
🐂 105 गौशालाएं पूरी तरह नष्ट
प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और प्रशासन की टीमें चौबीसों घंटे काम कर रही हैं। पीड़ितों के लिए अस्थायी शिविर बनाए गए हैं, जहां उन्हें भोजन, दवाइयां और जरूरी सामग्री उपलब्ध करवाई जा रही है।
😔 ग्रामीणों पर दोहरी मार:
भूस्खलन के चलते न केवल लोगों के घर उजड़ गए बल्कि पशुधन और गौशालाओं की बर्बादी ने ग्रामीणों की आजीविका पर भी गहरा असर डाला है। कई किसानों के लिए यह जीवन भर की मेहनत का अंत जैसा है।
🛑 हालात क्यों हैं बेहद गंभीर?
कई सड़कें और पुल टूट गए हैं
कई गांवों से अभी तक संपर्क भी स्थापित नहीं हो पाया है
मोबाइल और बिजली सेवाएं ठप हैं
🙏 प्रशासन से अपील:
स्थानीय लोग सरकार और प्रशासन से तेजी से पुनर्वास और मुआवजा नीति लागू करने की मांग कर रहे हैं। यह आपदा हिमाचल प्रदेश के इतिहास में सबसे बड़ी और दर्दनाक घटनाओं में से एक बन चुकी है।
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