कालाअंब (सिरमौर)। जिला सिरमौर के प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता बाला सुंदरी मंदिर में चैत्र नवरात्रि मेले के मद्देनजर आयुष विभाग और स्वास्थ्य विभाग द्वारा व्यापक स्वास्थ्य प्रबंध किए गए हैं। मेले के पहले दिन जिला आयुष अधिकारी डॉ. इंदु शर्मा ने आयुष कैंप और आयुष प्रदर्शनी का शुभारंभ किया।
आयुष विभाग की पहल
आयुष विभाग द्वारा लगाए गए कैंप में लोगों को आयुर्वेदिक पद्धति से उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इसके साथ ही योग और प्राकृतिक चिकित्सा के बारे में जागरूक किया जा रहा है। प्रतिदिन सुबह योग सत्र आयोजित किया जा रहा है, जिसमें श्रद्धालु भाग लेकर स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं।
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जिला आयुष अधिकारी डॉ. इंदु शर्मा ने बताया कि राजकीय आयुष औषधालय त्रिलोकपुर में नवरात्रि मेले के दौरान 24 घंटे स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। यहां तीन आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी — डॉ. भरत तोमर, डॉ. सपना और डॉ. अदिति, एपीओ मनीषा, निशा और योगेश तोमर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसके अतिरिक्त, आयुष प्रदर्शनी के माध्यम से लोगों को आयुर्वेदिक चिकित्सा, पंचकर्म, योगा और प्राकृतिक चिकित्सा के लाभों की जानकारी दी जा रही है।
प्राथमिक उपचार की सुविधा
आयुष औषधालय में 6 बेड की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है, जहां रोगियों को आवश्यकतानुसार प्राथमिक उपचार दिया जा रहा है। आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी डॉ. अदिति ने बताया कि मेले के पहले दिन 136 रोगियों ने कैंप में उपचार प्राप्त किया। अधिकतर मरीज सामान्य बीमारियों जैसे सर्दी, खांसी, बुखार और थकान से ग्रस्त थे, जिन्हें उचित परामर्श और दवाइयां प्रदान की गईं।
स्वास्थ्य विभाग की सेवाएं
स्वास्थ्य विभाग की ओर से माता बाला सुंदरी धर्मशाला में भी चिकित्सा कक्ष स्थापित किया गया है। स्वास्थ्य खंड धगेड़ा के अंतर्गत इस कक्ष में डॉ. जयंत सिंह चहल और उनकी टीम तैनात है। आपातकालीन स्थिति में रोगियों को नाहन मेडिकल कॉलेज ले जाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था भी की गई है। डॉ. जयंत सिंह चहल ने बताया कि मेले के पहले दिन 24 रोगियों ने स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लिया।
जनता को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना
मेले के दौरान लोगों को स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन भी किया जा रहा है। आयुष विभाग और स्वास्थ्य विभाग की यह पहल श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत लाभदायक साबित हो रही है।
आयुष और स्वास्थ्य विभाग की टीमों की तत्परता और सेवाभावना के कारण मेले में श्रद्धालुओं को न केवल धार्मिक बल्कि स्वास्थ्य लाभ भी मिल रहा है।



