शिमला:
भारतीय सेना द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) और पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले के बाद पूरे देश में जहां गर्व और गौरव की लहर है, वहीं हिमाचल प्रदेश भी पूरी तरह से सतर्क हो गया है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बुधवार को बंजार (कुल्लू) का प्रस्तावित दौरा रद्द करते हुए राजधानी शिमला स्थित राज्य सचिवालय में एक उच्चस्तरीय आपात बैठक बुलाई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने भारतीय सशस्त्र बलों को बधाई दी और कहा कि ऑपरेशन सिंदूर देश की एकता और सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की जनता को भारतीय सेना के पराक्रम पर गर्व है।
बैठक में सुरक्षा व्यवस्था, परिवहन, आपूर्ति श्रृंखला, संचार, स्वास्थ्य सेवाएं और आपदा प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं की विस्तार से समीक्षा की गई। सीएम सुक्खू ने सभी उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों और संबंधित विभागों के अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने और जरूरी दिशा-निर्देशों का पालन करने को कहा।
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मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से सीमा से सटे जिलों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्कूली गतिविधियों पर भी नजर रखी जाए और आवश्यकता पड़ने पर स्थानीय स्तर पर छुट्टी देने का फैसला उपायुक्त लें। इसके साथ ही टेक्नोलॉजी के जरिए मिलने वाले इनपुट्स पर भी कार्रवाई को तत्पर रहने को कहा गया है।
सीएम सुक्खू ने मीडिया से बातचीत में कहा:
“हिमाचल प्रदेश एक सीमावर्ती राज्य है, और यहां की जनता ने देश की रक्षा के लिए हमेशा बलिदान दिया है। सबसे ज्यादा परमवीर चक्र हमारे प्रदेश को मिले हैं। हम किसी भी प्रकार की स्थिति के लिए तैयार हैं।”
बैठक में उपस्थित अधिकारी:
मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार चंद शर्मा, पुलिस महानिदेशक डॉ. अतुल वर्मा सहित कई वरिष्ठ प्रशासनिक और सुरक्षा अधिकारी बैठक में मौजूद रहे।