हिमाचल सरकार ने किया बड़ा ऐलान: अब बिजली आपूर्ति सुचारु रखने के लिए भर्ती होंगे बिजली मित्र
शिमला: हिमाचल प्रदेश में लगातार बिजली आपूर्ति की समस्याओं से जूझ रही जनता के लिए सरकार ने राहत देने वाला कदम उठाया है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने विधानसभा में ऐलान किया कि राज्य में जल्द ही बिजली मित्र भर्ती किए जाएंगे। ये कर्मचारी अस्थायी तौर पर तैनात होंगे और बिजली आपूर्ति को दुरुस्त रखने में मदद करेंगे।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि कर्मचारियों की नियमित नियुक्तियां करने में राज्य लोक सेवा आयोग और चयन आयोग की प्रक्रिया के चलते लंबा समय लग जाता है। ऐसे में जब तक स्थायी कर्मचारी नहीं मिलते, तब तक जनता को परेशानी से बचाने के लिए सरकार बिजली मित्र की तैनाती करेगी।
रणधीर शर्मा का मुद्दा और सरकार का जवाब
दरअसल, विधानसभा में नयना देवी से भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने बिजली आपूर्ति बाधित होने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र में बिजली के उपकरण काम नहीं कर पा रहे, पेयजल संकट गहरा गया है और मोटरें भी नहीं चल पा रही हैं।
उन्होंने बताया कि बिजली बोर्ड में फील्ड स्टाफ की भारी कमी है। न तो आउटसोर्स कर्मचारी उपलब्ध हैं और न ही नियमित कर्मचारियों की नियुक्तियां हो पाई हैं। ऐसे में आम जनता को हर रोज बिजली कटौती और सप्लाई की खराब स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।
रणधीर शर्मा ने विधानसभा में सुझाव दिया कि जब तक स्थायी नियुक्तियां नहीं होतीं, तब तक सरकार को अस्थायी आधार पर कोई व्यवस्था करनी चाहिए। उन्होंने बिजली मित्र जैसे कर्मचारियों को तैनात करने का सुझाव दिया, जिससे फील्ड स्तर पर बिजली आपूर्ति को संभाला जा सके।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने इस सुझाव को अच्छा बताते हुए तत्काल स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि सरकार इस पर गंभीरता से विचार करेगी और बहुत जल्द बिजली मित्र भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
क्यों जरूरी है बिजली मित्र
हिमाचल प्रदेश में पर्वतीय भौगोलिक परिस्थितियों के कारण बरसात और बर्फबारी के मौसम में बिजली आपूर्ति पर बुरा असर पड़ता है। पेड़ों के गिरने, भूस्खलन और ट्रांसफार्मर खराब होने की घटनाएं आम रहती हैं। ऐसे में बिजली बोर्ड के सीमित कर्मचारी पूरे क्षेत्र में सप्लाई बहाल करने में कठिनाई महसूस करते हैं।
इसी समस्या को दूर करने के लिए बिजली मित्र एक बेहतर विकल्प साबित हो सकते हैं। ये स्थानीय स्तर पर तुरंत बिजली की छोटी-मोटी तकनीकी समस्याओं को ठीक करेंगे और बड़े मामलों को विभागीय अधिकारियों तक पहुंचाएंगे। इससे गांव-गांव और शहर-शहर में लोगों को राहत मिलेगी।
भर्ती प्रक्रिया और तैनाती
मुख्यमंत्री ने कहा कि चयन आयोग से नियमित भर्तियां आने में समय लगेगा, लेकिन तब तक के लिए अस्थायी व्यवस्था करनी ही होगी। इसी के तहत बिजली मित्र की तैनाती की जाएगी।
संभावना है कि ये भर्ती जिला स्तर पर की जाएगी और जरूरत के हिसाब से विभिन्न सब-डिवीजनों में इनकी तैनाती होगी। स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता दी जा सकती है ताकि वे तुरंत इलाके की स्थिति को समझकर काम कर सकें।
जनता को क्या फायदा होगा
राज्य में इस नई व्यवस्था के लागू होने से ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति सुधरेगी। जहां पहले किसी खराबी को दुरुस्त करने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता था, वहीं अब बिजली मित्र मौके पर जाकर छोटी समस्याओं का हल करेंगे।
पेयजल सप्लाई, सिंचाई के पंप और घरेलू उपकरण भी समय पर बिजली मिलने से सुचारु रूप से चल सकेंगे।
विपक्ष का दबाव और सरकार की पहल
विपक्षी दल लगातार सरकार पर बिजली आपूर्ति को लेकर सवाल उठा रहे थे। भाजपा विधायक रणधीर शर्मा का मुद्दा भी इसी कड़ी में सामने आया। उन्होंने कहा कि जब जनता बार-बार शिकायत कर रही है और विभाग में स्टाफ की कमी है, तो सरकार को ठोस कदम उठाने ही होंगे।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने विपक्ष की बात को सकारात्मक तरीके से लिया और माना कि सुझाव उपयोगी है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जनता की समस्या को देखते हुए सरकार बहुत जल्द बिजली मित्र की तैनाती करेगी।
भविष्य की रणनीति
हालांकि यह व्यवस्था तात्कालिक है, लेकिन लंबे समय में राज्य सरकार चयन आयोग के माध्यम से नियमित नियुक्तियां करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य लोक सेवा आयोग और कर्मचारी चयन आयोग में प्रक्रिया चल रही है और जैसे ही नियुक्तियां होंगी, स्थायी समाधान मिलेगा।
लेकिन तब तक बिजली मित्र ही राज्य में बिजली आपूर्ति को संभालने की बड़ी जिम्मेदारी उठाएंगे।
निष्कर्ष:
हिमाचल सरकार का यह फैसला जनता के लिए राहत की खबर है। लंबे समय से बिजली आपूर्ति बाधित होने से आम लोग परेशान थे। अब बिजली मित्र की नियुक्ति से न केवल सप्लाई दुरुस्त होगी बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार भी मिलेगा।
यह कदम बताता है कि सरकार जनता की समस्याओं के प्रति संवेदनशील है और त्वरित समाधान निकालने के लिए तैयार है। आने वाले दिनों में यह देखना होगा कि कितनी जल्दी और कितने पैमाने पर बिजली मित्र तैनात किए जाते हैं और उनका असर बिजली आपूर्ति पर कितना पड़ता है।



