शिमला: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए हिमाचल प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उच्चस्तरीय सतर्कता बरती जा रही है। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने शुक्रवार को राजभवन में कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक की, जिसमें प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक के दौरान राज्यपाल ने सुरक्षा एजेंसियों को पूर्ण सतर्कता बरतने और किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने राज्यपाल को अवगत कराया कि अल्पकालिक वीजा पर प्रदेश में आए पाकिस्तानी नागरिकों को पहले ही निर्वासित किया जा चुका है। इसके साथ ही राज्य में रह रहे कश्मीरी निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित की गई है। वहीं, जम्मू-कश्मीर में पढ़ाई कर रहे हिमाचली छात्रों और नागरिकों की सुरक्षा पर भी लगातार नजर रखी जा रही है।
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राज्यपाल ने विशेष रूप से पठानकोट सीमा से लगे इंदौरा और नूरपुर जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
इसी क्रम में शुक्रवार शाम को मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल से मुलाकात की और उन्हें प्रदेश में किए गए सुरक्षा बंदोबस्तों की विस्तृत जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार केंद्र सरकार के निर्देशों का पूरी सख्ती से पालन कर रही है और आम जनता की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
राज्य सरकार और प्रशासन की सक्रियता से प्रदेश में शांति और सुरक्षा का माहौल बनाए रखने के प्रयास जारी हैं। सीमावर्ती इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है और खुफिया एजेंसियों को हर गतिविधि पर नजर रखने को कहा गया है।