नाहन (सिरमौर): हिमाचल प्रदेश की आस्था का प्रतीक माता श्री रेणुका जी मंदिर, जो जिला सिरमौर में स्थित है, को अब धार्मिक पर्यटन के प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। यह जानकारी हिमाचल प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष एवं रेणुका जी विकास बोर्ड के अध्यक्ष विनय कुमार ने भगवान परशुराम जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में दी।
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विनय कुमार ने रेणुका जी मंदिर परिसर में आयोजित हवन अनुष्ठान और पूजा-अर्चना के बाद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार इस क्षेत्र के धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन महत्व को ध्यान में रखते हुए इसके समग्र विकास के लिए हरसंभव प्रयास करेगी।
उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम जयंती इस वर्ष भी श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाई गई। आयोजन की शुरुआत भगवान परशुराम की पालकी यात्रा से हुई, जो कटाह शीतला से प्रारंभ होकर ददाहू बाज़ार से होती हुई रेणुका जी मंदिर पहुँची।
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आज सुबह श्रद्धालुओं ने पवित्र रेणुका झील की परिक्रमा की, जिसके उपरांत हवन अनुष्ठान का आयोजन हुआ। कार्यक्रम के दौरान वन विभाग मैदान में वॉलीबॉल प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया, जिसमें स्थानीय युवाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
इस धार्मिक आयोजन में विनय कुमार के साथ उनकी माता विद्या देवी और धर्मपत्नी सीमा भूषण ने भी भाग लिया। कार्यक्रम में तहसीलदार ददाहू जय सिंह ठाकुर, HSO प्रियंका चौहान, रेणुका जी विकास बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भरत सिंह ठाकुर, पूर्व अधिकारी रविन्द्र गुप्ता और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
विनय कुमार ने कहा कि रेणुका जी क्षेत्र की धार्मिक और ऐतिहासिक पहचान को मजबूत करने के लिए राज्य सरकार संकल्पबद्ध है, और इस दिशा में विकास योजनाओं को शीघ्र ही अमल में लाया जाएगा।



