नाहन, 31 जुलाई।
जिला सिरमौर में खाद्य सुरक्षा को लेकर आज महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। उपायुक्त प्रियंका वर्मा की अध्यक्षता में जिला खाद्य सुरक्षा सलाहकार समिति की बैठक उपायुक्त सभागार में संपन्न हुई। बैठक में खाद्य सुरक्षा विभाग को फूड सैंपलिंग, निरीक्षण और जागरूकता अभियान तेज करने के निर्देश दिए गए।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा डॉ. अतुल कायस्थ को आदेश दिए कि जिले के सभी खाद्य कारोबारियों – दुकानदारों, होटल संचालकों, मिड-डे-मिल केंद्रों, राशन डिपो, आंगनबाड़ी केंद्रों, कैंटीन और शराब की दुकानों – का लाइसेंस अथवा पंजीकरण अनिवार्य रूप से सुनिश्चित किया जाए।
इसके अलावा, नाहन शहर में बाहरी राज्यों से आने वाले दूध, ब्रेड और मिठाईयों के मासिक कानूनी सैंपल लिए जाएं। साथ ही, मोबाइल फूड टेस्टिंग वैन के माध्यम से जिले के सभी क्षेत्रों में नियमित सैंपलिंग और जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए।
उपायुक्त प्रियंका वर्मा ने विभाग को सभी खाद्य सुरक्षा लक्ष्यों को समय पर पूरा करने के लिए कहा। उन्होंने विशेष रूप से हलवाइयों और मिठाई दुकानदारों से पुराना तेल इस्तेमाल न करने की अपील की।
खाद्य सुरक्षा विभाग की रिपोर्ट:
खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम-2006 के तहत 5516 लाइसेंस व पंजीकरण किए गए।
मिलावटी सामान बेचने वाले 32 कारोबारियों पर 5.50 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।
मोबाइल फूड टेस्टिंग वैन में लगभग 2500 सैंपल की जांच की गई।
375 फूड सैंपल खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा लिए गए।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अमिताभ जैन, उप अधीक्षक पुलिस रमा कान्त ठाकुर, उपनिदेशक कृषि राजकुमार, उपनिदेशक उच्च शिक्षा हिमेन्द्र चंद बाली, उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा राजीव ठाकुर, प्रेसिडेंट रोटरी क्लब, जिला कार्यक्रम अधिकारी, अधिवक्ता अमित अग्रवाल और खाद्य सुरक्षा समिति के अन्य सदस्य मौजूद रहे।