नाहन (सिरमौर): कृषि उपज मंडी समिति सिरमौर की त्रैमासिक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें किसानों, बागवानों और आड़तियों की समस्याओं पर चर्चा की गई। समिति के अध्यक्ष सीता राम शर्मा ने कहा कि मंडी में डिफाल्टर आड़तियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। किराया न चुकाने वाले आड़तियों को तीन नोटिस जारी किए जाएंगे। इसके बाद भी भुगतान न करने पर उनकी दुकानें खाली करवा दी जाएंगी।
डिफॉल्टर आड़तियों के लिए सख्त नियम
ग्रामीण क्षेत्रों में 5000 रुपये और शहरी क्षेत्रों में 10000 रुपये की लाइसेंस धरोहर राशि जमा करनी होगी।
ग्रामीण क्षेत्रों में अग्रिम रेंट राशि 10000 रुपये और शहरी क्षेत्रों में 25000 रुपये निर्धारित की गई है।
गेहूं खरीद केंद्र और समर्थन मूल्य
इस बैठक में गेहूं खरीद प्रक्रिया पर भी चर्चा की गई।
सिरमौर के पांवटा साहिब और धौलाकुआं केंद्रों में 8 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू होगी।
किसानों को इस साल प्रति क्विंटल गेहूं के लिए 2425 रुपये का समर्थन मूल्य (MSP) मिलेगा, जो पिछले साल की तुलना में 150 रुपये अधिक है।
पांवटा साहिब केंद्र में 720 मीट्रिक टन और धौलाकुआं में 282 मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
किसानों को गेहूं बेचने के 24 घंटे के भीतर भुगतान किया जाएगा।
किसानों के लिए बेहतर सुविधाएं
मंडी समिति ने किसानों की सुविधा को प्राथमिकता देते हुए कई कदम उठाने का निर्णय लिया है। ठहरने की व्यवस्था, पेयजल सुविधा और शौचालय की व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
बैठक में प्रस्तुत आय-व्यय विवरण
मंडी समिति की सचिव रश्मी भटनागर ने बैठक में आय-व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत किया। नवंबर 2024 से फरवरी 2025 तक समिति को ₹64,42,470.02 की आय हुई, जबकि ₹45,36,499.00 का व्यय किया गया।
इस मौके पर सदस्य नरेश कुमार, मितर सिंह, विजय दीप जंग, शशि कपूर, संजीव बंसल, राजेंद्र चौधरी, अक्षित कुमार, हरिकृष्ण वर्मा, विक्रम सिंह और आनंद परमार सहित सरकारी और गैर-सरकारी प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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