नाहन, 6 जून।
हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) द्वारा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के सहयोग से गुरुवार को जिलेभर में 9वीं राज्यव्यापी मेगा मॉक ड्रिल का सफल आयोजन किया गया। उपायुक्त एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की अध्यक्ष प्रियंका वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि यह मॉक ड्रिल जिला सिरमौर के सभी उपमंडलों में एक साथ की गई, जिसका उद्देश्य भविष्य में संभावित प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए पूर्वाभ्यास करना था।
उन्होंने बताया कि इस मेगा मॉक ड्रिल के अंतर्गत प्राकृतिक आपदाओं जैसे भूकंप, बाढ़, भूस्खलन और आगजनी की काल्पनिक घटनाएं तैयार की गईं और उनके अनुसार राहत एवं बचाव कार्यों का परीक्षण किया गया।
🚨 प्रमुख घटनाएं एवं स्थान:
कालाअंब के रूचिरा पेपर मिल में गैस रिसाव से आग लगने की घटना।
त्रिलोकपुर पुल टूटने से यातायात प्रभावित।
नाहन के सरकारी स्कूल की इमारत गिरने की काल्पनिक स्थिति।
सराहां बाजार, राजगढ़ बाजार, सतौन स्कूल, चानिया और पाबपानी गांवों में भवन गिरने और भू-स्खलन की घटनाएं।
पांवटा साहिब में यमुना नदी में बाढ़ आने की स्थिति की मॉक ड्रिल।
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इन सभी स्थानों पर तत्काल राहत एवं बचाव टीमों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। विभिन्न विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों ने मिलकर प्रभावित क्षेत्रों में बचाव अभ्यास किया।
उपायुक्त ने बताया कि इस मॉक ड्रिल में 14,000 लोगों की मौत और 1,11,000 लोगों के घायल होने की काल्पनिक स्थिति बनाई गई थी, जिसके अनुसार जिला प्रशासन ने सभी आवश्यक कदम उठाए।
📌 उद्देश्य और लाभ:
उपायुक्त प्रियंका वर्मा ने कहा कि मॉक ड्रिल का उद्देश्य आपदा की घड़ी में विभागों के बीच तालमेल, त्वरित प्रतिक्रिया और संसाधनों की तैनाती का आकलन करना था। इसके अतिरिक्त आमजन को आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूक और प्रशिक्षित करना भी प्रमुख उद्देश्य रहा।
उन्होंने बताया कि मॉक ड्रिल के दौरान जो भी कमियाँ अथवा सुझाव सामने आएंगे, उन्हें राज्य प्राधिकरण को भेजा जाएगा ताकि भविष्य में किसी वास्तविक आपदा के समय जान-माल की क्षति न्यूनतम हो सके।
🕹 जिला नियंत्रण कक्ष की मॉनिटरिंग:
नाहन स्थित जिला नियंत्रण कक्ष में मॉक ड्रिल की सीधी मॉनिटरिंग की गई, जहां डिप्टी इंसिडेंट कमांडर एवं एडीएम एल.आर. वर्मा, एसपी निश्चिंत नेगी, आपदा प्रबंधन पर्यवेक्षक अमित अंग्रेष, राजस्व अधिकारी चेतन चौहान, कमांडेंट होमगार्ड टी.आर. शर्मा, पीडब्ल्यूडी एसई अरविंद शर्मा, और अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।



