शिमला : मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कांगड़ा जिले के लोगों को एक और बड़ी सौगात दी है। राज्य सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए वन विभाग के वाइल्ड लाइफ विंग के मुख्यालय को शिमला से धर्मशाला स्थानांतरित करने की मंजूरी दी है। कैबिनेट की हालिया बैठक में इस पर सहमति बनी और तय किया गया कि धर्मशाला में यह कार्यालय एक पुराने सरकारी भवन में ही संचालित होगा।
इस निर्णय को कांगड़ा जिले के प्रशासनिक और विकासात्मक सशक्तिकरण की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। सरकार के प्रवक्ता ने जानकारी दी कि आने वाले समय में कुछ और सरकारी विभागों को भी कांगड़ा जिले में शिफ्ट किया जा सकता है।
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ध्यान देने योग्य है कि इससे पहले शांता कुमार सरकार ने भी हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड को शिमला से धर्मशाला स्थानांतरित किया था। अब सुक्खू सरकार भी इसी राह पर चलते हुए कांगड़ा को प्रशासनिक दृष्टि से मजबूत करने के लिए लगातार कदम उठा रही है।
इसके अलावा स्वास्थ्य क्षेत्र में भी बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। मुख्यमंत्री सुक्खू के नेतृत्व में कांगड़ा जिले के डॉ. राजेंद्र प्रसाद राजकीय मेडिकल कॉलेज टांडा में एक साथ विभिन्न श्रेणियों के 462 पद भरे जा रहे हैं। इसके साथ ही यहां आधुनिक मशीनें स्थापित की जा रही हैं और रोबोटिक सर्जरी की सुविधा भी जल्द शुरू होने वाली है। इससे स्थानीय नागरिकों को अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवाएं अपने ही जिले में मिल सकेंगी।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री सुक्खू इस वर्ष 16 से 25 जनवरी तक अपने शीतकालीन प्रवास के दौरान कांगड़ा में रहे और इस दौरान उन्होंने जिले को करोड़ों रुपये की परियोजनाओं की सौगात दी।
पर्यटन के क्षेत्र में भी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। कांग्रेस सरकार ने कांगड़ा को हिमाचल प्रदेश की ‘टूरिज्म कैपिटल’ घोषित किया है और कई पर्यटन परियोजनाएं धरातल पर उतारी जा रही हैं। यह न केवल स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा, बल्कि राज्य के आर्थिक विकास में भी योगदान देगा।