दैनिक जनवार्ता नेटवर्क
शिमला। हिमाचल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को लेकर खिंचतान जारी है। जिसके चलते अभी तक भाजपा अध्यक्ष का चेहरा तय नहीं हो पाया है। इस पद को लेकर तीन गुटों में खींचतान चल रही है।
बताया जा रहा है कि इनमें से एक गुट सांसदों को जिम्मेदारी सौंपने के पक्ष में है, तो दूसरा गुट डॉ. राजीव बिंदल को दोबारा अध्यक्ष बनाये जाने की वकालत कर रहा है। वहीं, तीसरा गुट फिलहाल चुप्पी साधे हुए है।
इनमें एक गुट को जयराम ठाकुर गुट है, जो सांसद राजीव भारद्वाज को अध्यक्ष बनाये जाने की सिफारिश कर रहा है। राजीव भारद्वाज को यदि ये पद नहीं सौंपा जाता तो हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. सिकंदर कुमार को अध्यक्ष बनाये जाने की भी सिफारिश कर रहा है।
उधर, दूसरा खेमा डॉ. राजीव बिंदल को दोबारा कमान सौंपने के लिए वकालत कर रहा है। डॉ. राजीव बिंदल भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगतप्रकाश नड्डा की करीबी बताये जाते हैं। इसलिए नड्डा डॉ. राजीव बिंदल पर भी दांव खेल सकते हैं। दूसरी ओर भाजपा बिलासपुर के विधायक त्रिलोक जमवाल का नाम भी इस फेहरिस्त में जोड़ा जा रहा है।
तीसरा गुट धूमल और अनुराग गुट है। जो फिलहाल साइलेंट मोड में है और उचित वक्त का इंतजार कर रहा है। हालांकि इस गुट का प्रदर्शन मिशन रिपीट और उपचुनाव में संतोषजनक नहीं रहा था। इसलिए पार्टी सोच समझकर कदम उठा रहा है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के लिए चुनाव पिछले वर्ष दिसंबर में होना तय बताया जा रहा था, लेकिन अब तो फरवरी भी बीत गया है। अब ये चुनाव मार्च माह में होने के कयास लगाए जा रहे हैं। कई प्रदेशों के प्रदेशाध्यक्ष चुन लिए गए हैं।
भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश से होने के बावजूद भी यहां भाजपा गुटों में बंटी हुई है। हालांकि ये गुटबाजी बाहर उजागर नहीं है लेकिन परदे के पीछे रस्साकसी चल रही है।