कालाअंब (सिरमौर)। उत्तर भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता बाला सुंदरी मंदिर, त्रिलोकपुर में चैत्र नवरात्रि मेले के दूसरे दिन भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। सोमवार को मंदिर न्यास की ओर से प्रातः निर्धारित समय पर मंदिर के कपाट खोले गए और विधिवत पूजा-अर्चना के साथ मुख्य आरती की रस्म पूरी की गई। इसके पश्चात श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दी गई। इस दौरान लगभग 55,000 श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए पहुंचे।
मंदिर में भव्य पूजा-अर्चना और श्रद्धालुओं की आस्था
मंदिर न्यास के अनुसार, मुख्य आरती में पुश्तैनी भक्त परिवार के सदस्यों ने भाग लिया और विधि-विधान के अनुसार पूजा संपन्न कराई। आरती के बाद श्रद्धालुओं को क्रमबद्ध रूप से दर्शन करने का अवसर मिला। भीड़ को व्यवस्थित रखने और सुचारू दर्शन प्रक्रिया के लिए मंदिर प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए।
चढ़ावे में मिली नगदी, चांदी और सोना
मंदिर न्यास समिति को मेले के दूसरे दिन श्रद्धालुओं द्वारा 30,97,835 रुपये नगद, 2030 ग्राम चांदी और 8 ग्राम सोना चढ़ावे के रूप में प्राप्त हुआ। मेला अधिकारी एवं तहसीलदार नाहन उपेंद्र कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि मंदिर प्रशासन ने चढ़ावे की गणना और सुरक्षा के लिए पुख्ता प्रबंध किए हैं।
श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधाएं
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की है। पेयजल, स्वच्छता, मेडिकल सहायता और सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया गया है। इसके अलावा, श्रद्धालुओं को कतार में दर्शन करने में किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए बेरीकेडिंग और सीसीटीवी निगरानी का प्रबंध भी किया गया है।
मेला अधिकारी का बयान
मेला अधिकारी उपेंद्र कुमार ने कहा, “श्रद्धालुओं की सुविधा हमारी प्राथमिकता है। प्रशासन ने सुगम दर्शन के लिए अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती की है और मंदिर परिसर की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।”
नवरात्रि मेले का महत्व
त्रिलोकपुर स्थित माता बाला सुंदरी मंदिर में हर साल चैत्र और अश्विन नवरात्रि के अवसर पर भव्य मेले का आयोजन किया जाता है। मान्यता है कि माता बाला सुंदरी भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं। यही कारण है कि नवरात्रि के दौरान लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं।
सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस बल और होमगार्ड की टीमें तैनात की गई हैं। इसके अलावा, चिकित्सा दल भी आपातकालीन सेवाओं के लिए हर समय तैयार हैं।
यह भी पढ़ें -: नवरात्रि मेले में आयुष और स्वास्थ्य विभाग की सेवाएं: श्रद्धालुओं के लिए 24 घंटे स्वास्थ्य सुविधाएं